New चुटकुले
बैंक मैनेजर: ये क्या अजीब सा हस्ताक्षर है?
“@/e”
संता: ये हस्ताक्षर मेरी दादी के हैं!
बैंक मैनेजर: ऐसा अजीब सा हस्ताक्षर? क्या नाम है उनका?
संता: जलेबी बाई…
“@/e”
संता: ये हस्ताक्षर मेरी दादी के हैं!
बैंक मैनेजर: ऐसा अजीब सा हस्ताक्षर? क्या नाम है उनका?
संता: जलेबी बाई…
Haryana Police
ट्रैफिक इंस्पेक्टर संता पंजाब हाईवे पर अकेले अपनी मोटरसाइकल पर बैठा था…!
तभी हरियाणा से आती हुयी एक कार ने बॉर्डर क्रॉस किया…!!
संता ने रुकने का इशारा किया…
और जब कार रुकी तो टहलता हुआ ड्राइवर की खिड़की पर दस्तक दिया…!
एक नवयुवक जो गाड़ी चला रहा था…
उसने शीशा नीचा कर सर बाहर निकाल कर पूछा:
“क्या बात है इंस्पेक्टर…?”
संता ने एक झापड़ उसके गाल पर रसीद किया…
युवक: “अरे, मारा क्यों…?”
संता: “जब पंजाब पुलिस का ट्रैफिक इंस्पेक्टर संता किसी गाड़ी को रुकने कहता है…
तो ड्राइवर को गाड़ी के कागजात अपने हाथ में रखा हुआ होना चाहिए…!”
युवक: “सारी इंस्पेक्टर…….
मैं पहली बार पंजाब आया हूँ….!”
फिर उसने ग्लव कंपार्टमेंट से पेपर्स निकाल कर दिखाये..!
संता ने पेपर्स का मुआयना किया फिर बोला:
“ठीक है….रख लो….!”
फिर घूमकर पैसेन्जर सीट की ओर गया और शीशा ठकठकाया…!!
पैसेन्जर सीट पर बैठा दूसरा युवक शीशा गिराकर सर बाहर निकाल कर पूछा :-
“हाँ बोलिए….?”
तड़ाक…!
एक झापड़ संता ने उसे भी मारा..!
“अरे ….! मैंने क्या किया …?”
संता: “ये तुम्हारी हेकड़ी उतारने के लिए…!”
युवक:- “पर मैंने तो कोई हेकड़ी नहीं दिखाई…?”
संता :- “अभी नहीं दिखाई, पर मैं जानता हूँ….
एक किलोमीटर आगे जाने के बाद तुम अपने दोस्त से कहते
“वो दो कौड़ी का इंस्पेक्टर मुझे मारा होता…. तो बता....
ट्रैफिक इंस्पेक्टर संता पंजाब हाईवे पर अकेले अपनी मोटरसाइकल पर बैठा था…!
तभी हरियाणा से आती हुयी एक कार ने बॉर्डर क्रॉस किया…!!
संता ने रुकने का इशारा किया…
और जब कार रुकी तो टहलता हुआ ड्राइवर की खिड़की पर दस्तक दिया…!
एक नवयुवक जो गाड़ी चला रहा था…
उसने शीशा नीचा कर सर बाहर निकाल कर पूछा:
“क्या बात है इंस्पेक्टर…?”
संता ने एक झापड़ उसके गाल पर रसीद किया…
युवक: “अरे, मारा क्यों…?”
संता: “जब पंजाब पुलिस का ट्रैफिक इंस्पेक्टर संता किसी गाड़ी को रुकने कहता है…
तो ड्राइवर को गाड़ी के कागजात अपने हाथ में रखा हुआ होना चाहिए…!”
युवक: “सारी इंस्पेक्टर…….
मैं पहली बार पंजाब आया हूँ….!”
फिर उसने ग्लव कंपार्टमेंट से पेपर्स निकाल कर दिखाये..!
संता ने पेपर्स का मुआयना किया फिर बोला:
“ठीक है….रख लो….!”
फिर घूमकर पैसेन्जर सीट की ओर गया और शीशा ठकठकाया…!!
पैसेन्जर सीट पर बैठा दूसरा युवक शीशा गिराकर सर बाहर निकाल कर पूछा :-
“हाँ बोलिए….?”
तड़ाक…!
एक झापड़ संता ने उसे भी मारा..!
“अरे ….! मैंने क्या किया …?”
संता: “ये तुम्हारी हेकड़ी उतारने के लिए…!”
युवक:- “पर मैंने तो कोई हेकड़ी नहीं दिखाई…?”
संता :- “अभी नहीं दिखाई, पर मैं जानता हूँ….
एक किलोमीटर आगे जाने के बाद तुम अपने दोस्त से कहते
“वो दो कौड़ी का इंस्पेक्टर मुझे मारा होता…. तो बता....
पप्पू की प्रेमकथा!
पप्पू अपने दोस्त बंटी से अपनी नयी बनी गर्लफ्रेंड की तारीफ़ कर रहा था।
पप्पू: कसम से इस बार जो गर्लफ्रेंड बनायी है बहुत मस्त है, पहले वाली तीनो से ज्यादा मस्त।
बंटी: अच्छा वो कैसे?
पप्पू: देख मेरी पहली वाली गर्लफ्रेंड दिल्ली से थी एक बार उसको जब मैंने टेडी बियर गिफ्ट किया तो वो बोली, " ओ माइ गोड वाऊ सो क्यूट।"
बंटी: दूसरी वाली?
पप्पू: वो लुधियाना से थी, जब उसको मैंने टेडीबियर गिफ्ट किया तो वो बोली, " ओ जी रब दी सौ किन्ना सोना टेडी है।
बंटी: और तीसरी वाली?
पप्पू: वो लखनऊ से थी जब उसको टेडी दिया तो वो बोली, " या अल्लाह! कितना खूबसूरत तोहफा है।"
बंटी: और जो अब है?
पप्पू: वो हरियाणा से है जब मैंने उसको टेडी दिया तो बोलती, "रे बावड़ी पूँछ ! यो के दे दिया भालू शा।
पप्पू अपने दोस्त बंटी से अपनी नयी बनी गर्लफ्रेंड की तारीफ़ कर रहा था।
पप्पू: कसम से इस बार जो गर्लफ्रेंड बनायी है बहुत मस्त है, पहले वाली तीनो से ज्यादा मस्त।
बंटी: अच्छा वो कैसे?
पप्पू: देख मेरी पहली वाली गर्लफ्रेंड दिल्ली से थी एक बार उसको जब मैंने टेडी बियर गिफ्ट किया तो वो बोली, " ओ माइ गोड वाऊ सो क्यूट।"
बंटी: दूसरी वाली?
पप्पू: वो लुधियाना से थी, जब उसको मैंने टेडीबियर गिफ्ट किया तो वो बोली, " ओ जी रब दी सौ किन्ना सोना टेडी है।
बंटी: और तीसरी वाली?
पप्पू: वो लखनऊ से थी जब उसको टेडी दिया तो वो बोली, " या अल्लाह! कितना खूबसूरत तोहफा है।"
बंटी: और जो अब है?
पप्पू: वो हरियाणा से है जब मैंने उसको टेडी दिया तो बोलती, "रे बावड़ी पूँछ ! यो के दे दिया भालू शा।
20-20 परीक्षा!
एक बार एक स्कूल मास्टर ने अपनी क्लास के बच्चों से पूछा, "बच्चों, जिस तरह आज 20-20 क्रिकेट आने से क्रिकेट का मज़ा बढ़ गया है, उसी तरह अगर तुम्हारी परीक्षाओं का तरीक़ा भी बदल दिया जाए तो किस तरह इन परीक्षाओं को ज़्यादा से ज़्यादा रोमांचक बनाया जा सकता है?"
सारे बच्चे चुप। किसी को कोई जवाब नहीं सूझा। जब काफ़ी देर तक कोई नहीं बोला तो पप्पू इस सवाल का जवाब देने के लिए खड़ा हो गया। मास्टर जी उसके ख़ुराफ़ाती दिमाग़ को जानते थे। एक बार तो उन्होंने आंखें तरेरीं और न चाहते हुए भी बोले, "अच्छा जल्दी से बताओ क्या सुझाव देना चाहते हो?"
पप्पू गम्भीर होकर बोला, "मास्टरजी हमारा पेपर एक घंटा 20 मिनट का होना चाहिए।"
मास्टर जी: और क्या कहना चाहते हो?
पप्पू: हर बीस मिनट के बाद छात्रों को आपस में बातें करने के लिए दो मिनट का "स्ट्रेटेजिक टाइम आउट" मिलना चाहिए।
मास्टर जी: और बोलो?
पप्पू: बच्चों को परीक्षा के दौरान एक "Free Hit" भी मिलनी चाहिए, जिसमें बच्चे किसी भी एक सवाल का उत्तर अपनी मर्ज़ी से लिख सकें।
मास्टर जी: और?
पप्पू: पहले 20 मिनट में "पॉवर प्ले" होना चाहिए जिसमें ड्यूटी वाला मास्टर कमरे से बाहर रहे।
मास्टर जी: बहुत अच्छे! और क्या चाहते हो?
पप्पू: और हर 20 मिनट बाद "चीयर लीडर्स" कमरे में आकर 02 मिनट तक डान्स प्रस्तुत करें।
यह सुनते ही मास्टर जी बेहोश हो गए पर क्लास के सभी बच्चों ने पप्पू को कंधों पर बैठा लिया और नाचने लगे।
एक बार एक स्कूल मास्टर ने अपनी क्लास के बच्चों से पूछा, "बच्चों, जिस तरह आज 20-20 क्रिकेट आने से क्रिकेट का मज़ा बढ़ गया है, उसी तरह अगर तुम्हारी परीक्षाओं का तरीक़ा भी बदल दिया जाए तो किस तरह इन परीक्षाओं को ज़्यादा से ज़्यादा रोमांचक बनाया जा सकता है?"
सारे बच्चे चुप। किसी को कोई जवाब नहीं सूझा। जब काफ़ी देर तक कोई नहीं बोला तो पप्पू इस सवाल का जवाब देने के लिए खड़ा हो गया। मास्टर जी उसके ख़ुराफ़ाती दिमाग़ को जानते थे। एक बार तो उन्होंने आंखें तरेरीं और न चाहते हुए भी बोले, "अच्छा जल्दी से बताओ क्या सुझाव देना चाहते हो?"
पप्पू गम्भीर होकर बोला, "मास्टरजी हमारा पेपर एक घंटा 20 मिनट का होना चाहिए।"
मास्टर जी: और क्या कहना चाहते हो?
पप्पू: हर बीस मिनट के बाद छात्रों को आपस में बातें करने के लिए दो मिनट का "स्ट्रेटेजिक टाइम आउट" मिलना चाहिए।
मास्टर जी: और बोलो?
पप्पू: बच्चों को परीक्षा के दौरान एक "Free Hit" भी मिलनी चाहिए, जिसमें बच्चे किसी भी एक सवाल का उत्तर अपनी मर्ज़ी से लिख सकें।
मास्टर जी: और?
पप्पू: पहले 20 मिनट में "पॉवर प्ले" होना चाहिए जिसमें ड्यूटी वाला मास्टर कमरे से बाहर रहे।
मास्टर जी: बहुत अच्छे! और क्या चाहते हो?
पप्पू: और हर 20 मिनट बाद "चीयर लीडर्स" कमरे में आकर 02 मिनट तक डान्स प्रस्तुत करें।
यह सुनते ही मास्टर जी बेहोश हो गए पर क्लास के सभी बच्चों ने पप्पू को कंधों पर बैठा लिया और नाचने लगे।
पप्पू की संस्कृत
संस्कृत की क्लास मे गुरूजी ने पूछा, "पप्पू, इस श्लोक का अर्थ बताओ। 'कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।"
पप्पू: राधिका शायद रस्ते में फल बेचने का काम कर रही है।
गुरू जी: मूर्ख, ये अर्थ नही होता है। चल इसका अर्थ बता, 'बहुनि मे व्यतीतानि, जन्मानि तव चार्जुन'।
पप्पू: मेरी बहू के कई बच्चे पैदा हो चुके हैं, सभी का जन्म चार जून को हुआ है।
गुरू जी: अरे गधे, संस्कृत पढता है कि घास चरता है। अब इसका अर्थ बता, 'दक्षिणे लक्ष्मणोयस्य वामे तू जनकात्मजा'।
पप्पू: दक्षिण में खडे होकर लक्ष्मण बोला जनक आज कल तो तू बहुत मजे में है।
गुरू जी :अरे पागल, तुझे 1 भी श्लोक का अर्थ नही मालूम है क्या?
पप्पू: मालूम है ना।
गुरु जी: तो आखिरी बार पूछता हूँ इस श्लोक का सही सही अर्थ बताना, 'हे पार्थ त्वया चापि मम चापि!' क्या अर्थ है जल्दी से बता?
पप्पू: महाभारत के युद्ध मे श्रीकृष्ण भगवान अर्जुन से कह रहे हैं कि...
गुरू जी उत्साहित होकर बीच में ही कहते हैं, "हाँ, शाबाश, बता क्या कहा श्रीकृष्ण ने अर्जुन से?
पप्पू: भगवान बोले, 'अर्जुन तू भी चाय पी ले, मैं भी चाय पी लेता हूँ। फिर युद्ध करेंगे'।
गुरू जी बेहोश!
संस्कृत की क्लास मे गुरूजी ने पूछा, "पप्पू, इस श्लोक का अर्थ बताओ। 'कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।"
पप्पू: राधिका शायद रस्ते में फल बेचने का काम कर रही है।
गुरू जी: मूर्ख, ये अर्थ नही होता है। चल इसका अर्थ बता, 'बहुनि मे व्यतीतानि, जन्मानि तव चार्जुन'।
पप्पू: मेरी बहू के कई बच्चे पैदा हो चुके हैं, सभी का जन्म चार जून को हुआ है।
गुरू जी: अरे गधे, संस्कृत पढता है कि घास चरता है। अब इसका अर्थ बता, 'दक्षिणे लक्ष्मणोयस्य वामे तू जनकात्मजा'।
पप्पू: दक्षिण में खडे होकर लक्ष्मण बोला जनक आज कल तो तू बहुत मजे में है।
गुरू जी :अरे पागल, तुझे 1 भी श्लोक का अर्थ नही मालूम है क्या?
पप्पू: मालूम है ना।
गुरु जी: तो आखिरी बार पूछता हूँ इस श्लोक का सही सही अर्थ बताना, 'हे पार्थ त्वया चापि मम चापि!' क्या अर्थ है जल्दी से बता?
पप्पू: महाभारत के युद्ध मे श्रीकृष्ण भगवान अर्जुन से कह रहे हैं कि...
गुरू जी उत्साहित होकर बीच में ही कहते हैं, "हाँ, शाबाश, बता क्या कहा श्रीकृष्ण ने अर्जुन से?
पप्पू: भगवान बोले, 'अर्जुन तू भी चाय पी ले, मैं भी चाय पी लेता हूँ। फिर युद्ध करेंगे'।
गुरू जी बेहोश!